आ चल, कर ले इबादत, कुछ देर खुदा की भी सर मेरे आया है इलज़ाम, आदमी होने का...... ........आ चल, कर ले फराहम, कुछ तिनके लोगों के भी वास्ते ग़ुम न हो जाये असर, आदमी होने का....... ........आ चल, कर ले तकसीम, अम्न और ईमान की दौलत इल्म हो गया हैं मुझको आदमी होने का.
1 comment:
आ चल, कर ले इबादत, कुछ देर खुदा की भी
सर मेरे आया है इलज़ाम, आदमी होने का......
........आ चल, कर ले फराहम, कुछ तिनके लोगों के भी वास्ते
ग़ुम न हो जाये असर, आदमी होने का.......
........आ चल, कर ले तकसीम, अम्न और ईमान की दौलत
इल्म हो गया हैं मुझको आदमी होने का.
Post a Comment