Friday, July 27, 2007

एक प्रयास ।

एक प्रयास इस दिशा में कि हिन्दी में कुछ अलग से लिखा जा सके बिना किसी ब्योधान के बिना किसी बाधा के । देखना है कि अभिव्यक्ति का यह स्वरूप कितना सहायक सिद्ध हो सकता है ।

No comments: